नवग्रह शांति

ग्रहोंकी स्थापनाके लिये ईशानकोणमें चार खड़ी पाइयों और चार पड़ी पाइयोंका चौकोर मण्डल बनाये । इस प्रकार नौ कोष्ठक बन जायेंगे । बीचवाले कोष्ठकमें सूर्य, अग्निकोणमें चन्द्र, दक्षिणमें मङ्गल, ईशानकोणमें बुध, उत्तरमें बृहस्पति, पूर्वमें शुक्र, पश्‍चिममेंशनि, नैऋत्यकोणमें राहु और वायव्यकोणमें केतुकी स्थापना करे । अब बायें हाथमें अक्षत लेकर नीचे लिखे मन्त्र बोलते हुए उपरिलिखित क्रमसे दाहिने … Continue reading नवग्रह शांति